Meditation Gauge

Creation of a scale to measure the depth of Rajyoga Meditation of a Yogi.

Proceed
Divine Brothers & Sisters,
Om Shanti,

Have you ever wondered how our Dadis, other yogis and saints were able to gauge the depth of spiritual progress of an individual instantly just by seeing them! More so they were able to ascertain the depth of meditation in which the practitioner is while he/she is meditating.
The objective of this category is to identify indicators(symptoms) of a yogi seated in meditation that would provide the observer and the yogi a rough estimate of his/her depth of concentration or Yogic stage. These indicators could be physical, physiological, behavioral that could be observed externally or could be emotional , sensory perceptions , anubhuti which are internal and therefore the yogi can only experience and share.
Once these indicators(symptoms) are validated and standardized, yogis and their trainers could use these to qualitatively/quantitatively identify the present stage of a yogi and the progress level in terms of depth of yog(concentration).
Let us be clear that we are not talking about the various practices in yog like swamaan, bijroop stage, Farishta Swaroop, etc. Here be it any practice, we are checking the depth of concentration of a yogi when he/she is doing seated Yog

Eligibility:

Participant should be a BK Student & must be associated with any of the BK Centre/Sub-Centre/GPS/Class.

Rules

1. Your task is to create an evaluation sheet depicting the various levels of yogic depth and their corresponding indicators(symptoms). These indicators could be physical, physiological or behavioral which are external ones OR emotional or sensory perceptions/ experiences which are internal ones.
2. Participants need to submit their proposal in the form of write-up in the below mentioned format in word document OR Excel file.
3. As could be seen in the format provided, there are different levels of depth of yog against which participants need to mention the symptoms visible by others(externally) and also the Yogi’s personal anubhuti(internal). Both are needed. Yogi’s personal anubhuti needs to be noted down basis the verbatim of the Yogi at the end of their practice.
4. The indicators(symptoms) in each level could be more than one. More valid indicators(symptoms) would get higher scores.
5. The external symptom has higher marks (20%) as compared to internal anubhuti (10%).
6. For submission, you need to provide a write up along with a detailed video where your verbal explanation(voice-over) needs to be provided. Examples through video could also show the indicators(symptoms) which you are considering for the evaluation of depth of yogic state.
7. You are free to decide on how many steps of depth you wish to consider.(eg 4 or 5,etc)
8. The indicators(symptoms) are to be placed in a progressive manner corresponding to the depths that you define. To start from basic yogic depth and progressing to higher yogic depths.
9. Your word document or Excel file need to have a table that would name the levels of depth of yog. Corresponding to each level, the symptoms are to be mentioned.
10. Detailing of each symptom is needed, which could be shown in the video along with the first visible instance with timeline marker/tagged.
11. Submission could be in English or Hindi language.
12. After your submission, there would be a panel of three judges who would be connecting with you through an online meeting tool (eg-Zoom meeting or Google-meet) and enquire you few questions about why you believe the symptoms are indicators of the depth of meditation, progressively? This would be for about 30 minutes.
12. A recommendation: Since this has subtle observations of others doing meditation and also internal experiences, it is recommended that you try this out on yourself and on a group of BKs during a short yog session at your centre and then develop the template. Just preparing the scale on the basis of ‘vichar sagar manthan’ would be misleading.

A sample of the table that you need to submit in a word doc is provided below-

Format for submission:

Depth Level Indicators Visible by others
Physical/physiological/behavioral
(external)
Yogi’s Personal anubhuti
Emotional/sensory-perceptual
(internal)
Level 1
Level 2
Level 3
Level 4
Level 5
Level 6
important (to submit)

Kindly upload your content/video in your Google Drive folder, set the sharing option to 'Anyone with the link. Submit only the Google Drive link/links to complete the submission process.
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Explainer Video :


Scoring Parameters

Parameter for Scoring Max Weightage
Depth levels considered are at least 4 or more. 5
Each depth level has distinct two or more
visible(external) indicators (Physical or physiological)
20
Each depth level has one or more (internal)
anubhuti indicators (emotional or sensory perception)
20
Are the indicators clearly
defined and demonstrated in the video.
15
Does the indicators placed progressively,
commensurate to the depth of Yog?
10
Is the participant able to
handle all queries raised by the judges
during the meeting.
10
Are the indicators and
anubhuti referred in-line with Baba’s Gyan.
Specific reference of Murli point/Bk
Literature points provided in explanation?
10
Does the participant refers some
other research studies done in similar area-could be
related to any meditation or mind control techniques
Or any existing (non-BK) yogic scriptures.
10
योग का मूल्यांकन

राजयोग की गहराई को मूल्यांकन करने के लिए स्केल (माप) का निर्माण करना।

आगे बढ़ें
प्रिय दैवी भाइयों और बहनों,
ओम शांति,

क्या आप कभी ये सोचे होंगे की कैसे हमारे ब्रह्मा बाबा , वरिष्ठ दादी -दिदिया और भारत के अन्य योगियों ने किसीको योग अवस्था में बैठा हुए देख कर तुरंत अंदाज़ा लगा लेते थे की उस योगी के एकाग्रता की गहराई कितनी हैं !
इस केटेगरी में हम इस बात की खोज करेंगे की हमारे बड़ो ने कौन से ऐसी स्थूल , सुक्ष्म लक्षण (indicators/symptoms) जाने -अनजाने देखते थे जिसके आधार पर उन्हें एक योगी की योगावस्था में एकाग्रता की गहराई की अंदाज़ा आता था। ये लक्षण शारीरिक और व्यावहारिक हो सकता हैं जो की स्थूल रीति से देखा जा सकता। और ये लक्षण सुक्ष्म भी हो सकता हैं जो केवल योगी स्वतः महसूस कर रहा हो , कोई विशेष अनुभूति के रूप में।
अगर हम इन लक्षणों को एक क्रम में श्रेणीबद्ध कर पाते हैं , एकाग्रता के हलकी स्तर से शुरू करके अलग अलग गहराई के स्तर तक , तो इसे योगी अपनी योग के एकाग्रता के स्तर को मुलकन्यान करने के लिए इस्तेमाल कर पायेगा। साथ में उनके निमित टीचर भी इन लक्षणों के आधार पर उन्हें मूल्यांकन कर आगे का पुरुषार्थ करा सकेंगे।
एक बात की स्पष्ठता रहे की हम योग की अलग अलग स्तिथि की बात नहीं कर रहे हैं (जैसे की बीजरूप , स्मृति स्वरुप , अव्यक्त फरिस्ता , इत्यादि)। कोई भी विधि या स्तिथि हो , यहाँ हम केवल उस योगी के योग में एकाग्रता के गहराई के लेवल(level) की मूल्यांकन करने का प्रयास कर रहे हैं ।
अबतक BK परिवार में ऐसी कोई स्केल उपलब्ध नहीं है। इस केटेगरी के द्वारा इस स्केल का निर्माण हो सकता हैं।

पात्रता

यह प्रतियोगिता केवल बी.के. छात्रों के लिए है, जो ब्रह्माकुमारीज़ के किसी भी सेवाकेंद्र/ उपसेवाकेन्द्र या गीता पाठशाला से जुड़े हैं ।

नियमावली

1. आपको एक मूल्यांकन की चार्ट बनानी हैं जिसमे योग के दरमियान एकाग्रता के अलग अलग गहराई के लक्षण का वर्णन हो। ये लक्षण स्थूल भी चाहिए (जैसे कोई शारीरिक लक्षण) तथा सुक्ष्म भी चाहिए(योगी की अनुभूति , क्या महसूस हो रहा हैं)।
2. यह चार्ट का सैंपल नीचे दिया गया हैं । इसी फॉर्मेट(format) में आपको word या excel फाइल में देना हैं ।
3. इस चार्ट में कुल तीन columns हैं। पहला एकाग्रता के गहराई की लेवल ; दूसरा स्थूल लक्षण जो की कोई अन्य व्यक्ति देख सकता हो ; और तीसरा हैं योगी के योग के दौरान अनुभूति या महसूसता।
4. हर गहराई के स्तर में एक से अधिक लक्षण भी हो सकता हैं । लक्षण का वर्णन जितना स्पष्ट होगा उतना अधिक मार्क्स आपको मिलेगा।
5. स्थूल लक्षण , जो देखा , सुना , महसूस किया जा सकता हैं दूसरो द्वारा , उसे अधिक मार्क्स हैं (20%), सुक्ष्म लक्षण के भेट में (10%)।
6. इस केटेगरी में आपको यह चार्ट विस्तृत रूप से भरना हैं। साथ में एक वीडियो भी बनानी हैं जिसमे हर स्टेज के लक्षण का वर्णन और वीडियो में लक्षण का दृश्य भी दिखाया जाय। ये आपकी आवाज़ में बनाना है।
7. योग में एकाग्रता की गहराई के कितने स्तर (levels ) लेंगे वह आपका चॉइस है। परन्तु कम से कम ४ लेवल तो होना ही है।
8. जैसे शुरुआत में बताया गया, आपको लक्षणों को एकाग्रता के क्रम अनुसार सजाकर पेश करना हैं। हल्के से गेहरी एकाग्रता के ओर।
9. आप जिस लक्षण का उल्लेख करेंगे उसका विस्तृत वर्णन लिखिए। वीडियो में सबसे पहली बार उस लक्षण का दिखना और अवस्था परिवर्तन को योग शुरू करने के समय से कितनी देर बाद दिखा, उस टाइम को tag करना जरूरी है।
10. इस केटेगरी के सबमिशन हिंदी या अंग्रेजी में कर सकते हैं।
11. आप सबमिट करने के पश्चात judges आपके साथ एक ऑनलाइन मीटिंग करेंगे । जिसमे judges आपके चार्ट और वीडियो पर आपको सवाल पूछेंगे । ये लगभग 30 मिनट का होगा। इसके पश्चात आपको मार्क्स देंगे। सर्वदिक 100 मार्क्स हैं।
12. एक सुझाव : ये केटेगरी में योग में एकाग्रता की गहराई की स्थूल और सुक्ष्म दोनों लक्षण हैं , इसलिए अच्छा होगा की आप अपने सेवाकेंद्र में योग के कार्यक्रम के दरमियान इसे अवलोकन करे और कुछ योगी भाई बहनो के अलग अलग एकार्गता के स्टेजेस की अनुभव नोट करे। उस आधार पर चार्ट बनाये। केवल विचार सागर मंथन करके चार्ट बनाना उचित नहीं होग।

नीचे चार्ट का सैम्पल (उदाहरण) दिया गया हैं जिसे आपको भरना हैं।

योग में एकाग्रता
की गहराई

स्थूल लक्षण
जो दुसरे देख सकते हैं

सुक्ष्म लक्षण
जो केवल योगी
महसूस या अनुभव कर रहा हो
उस एकाग्रते के स्तर पर
Level 1
Level 2
Level 3
Level 4
Level 5
Level 6

"कृपया अपनी सामग्री/वीडियो को पहले गूगल ड्राइव फ़ोल्डर में सेव करें। Set the sharing option as "Anyone with the link" फिर केवल उस फ़ोल्डर के लिए गूगल ड्राइव लिंक अपलोड करें जिसे आप प्रतियोगिता के लिए अपलोड/सबमिट करना चाहते हैं"| अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें!

व्याख्यात्मक वीडियो :


स्कोरिंग पैरामीटर

स्कोरिंग के लिए पैरामीटर अधिकतम भार
एकाग्रता की गहराई के स्तर
कम से कम ४ या उससे अधिक लिया है ?
5
हर स्तर से जुड़े स्थूल लक्षण एक
या उससे अधिक किया गया हैं ?
20
हर स्तर से जुड़े सुक्ष्म लक्षण(अनुभूति)
एक या उससे अधिक किया गया हैं ?
20
वीडियो में लक्षण को स्पष्ट रीति
दिखाया और वर्णन किया गया है ?
15
क्रम अनुसार जो लक्षण बताया गया है,
क्या वह योग की गहराई से अनुरूप हैं ?
10
क्या प्रतिभागी जजेस के सभी प्रश्नो का जबाब स्पष्ट रीति दे पाए ? 10
प्रतिभागी के द्वारा बताये हुए लक्षण
मुरली आधारित हैं? मुरली की कोई उल्लेख हैं?
या ज्ञानं के मुख्य पुस्तक का उल्लेख हैं ?
10
प्रतिभागी इस टॉपिक के करीब अन्य कोई
संस्था के कोई रिसर्च का उल्लेख किया हैं ?
10