Subject Enrichment Methods

Time tested methods to enhance the culture of the four subjects (gyan, yoga, dharna, seva) among BK students.

Proceed
Divine Brothers & Sisters,
Om Shanti,

"The three fundamental pillars of Brahmin life are knowledge, yoga and dharna. Baba says that service consists of these three things, and we will attain a high position in the entire Kalpa only on the basis of these three pillars.
Every Brahmin soul has achieved freedom from bondage to some extent, by applying the basis of some method or the other, but he/she has never been able to make it visible to everyone. So, brothers and sisters, through Prabhu Ratan's competition, make all those methods visible in the Brahmin world and benefit everyone.

These have to be proven, time tested methods that can be adopted to bring improvement in the four subjects.

Eligibility

This competition is only for BK students who are doing regular Gyan Yoga in any Centres/Subcentres of Brahma Kumaris, Geeta Pathshala.

Guidelines:

1. In this competition, there should only be the method tested according to the Shrimat given by Baba, regarding Gyan Yoga and Dharna.
2. The participants should not present the experiments done by others. The examples should be from their own life or the methods tried by any service center for the students, do not present the examples of others.
3. The method adopted should be practical, successful, effective and should be tried by other BK students.
4. Participants are requested to present methods adopted to become proficient in the above three subjects, and not a common one, but one that should have a lot of innovation in it.
5. By adopting the method to be presented, there should be progress in Brahmin life.
The benefit derived from the method should be specified.
EX- Which tough sanskar/disorder have you overcome to a great extent etc.

Evaluation

A jury of three experts of this field will evaluate the channel presentation. Average marks given by the three judges will be considered for declaring the final winner.

important (to submit)

Kindly upload your content/video in your Google Drive folder, set the sharing option to 'Anyone with the link. Submit only the Google Drive link/links to complete the submission process.
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Explaination video :


Scoring Parameters

Parameter for Scoring Max Weightage
Method should be according to Shrimat 20
Relevance of the method according to time 20
Practical, easy and effective 10
Voice of video/audio, clarity of word, etc. 10
Creativity 20
Worth following by others 10
Supernatural (alokikta) 10

Frequently Asked Questions - English

- No, do not present the normal routine and effort methods which are known by everyone in the Brahmin family.
- Yes, of course, you can take others as the basis for making video and audio. The content should be recorded in your own voice.
No, because of course this is an experiment of Yoga but it is difficult to evaluate it, hence do not present the experiments of Manasa Seva here.
No, do not introduce methods familiar to everyone.
Up to 10 minutes. This will last for a maximum of 15 minutes. Do not exceed 15 minutes
If you yourself have adopted any method of effort (purusharth) in your life in these three subjects, and you have got very good results in it, then you can send it. There are many such things but some of them may be like this,
A) Regarding Dharna, let us assume that someone's job is such that there is a lot of traveling, or there may be some other reason due to which it is not possible to consume food, yet you have adopted some trick (yukti) which makes it easier. The Shrimat of food is followed.. He can tell the trick.(Yukti).
B) If you did not remember even a single point of the Murli during the first day, or even if you went to memorize it, you would not remember the Murli at all, then if you have adopted any new method of listening to the Murli or memorizing it, then you can present that also.
C) Doing Karma in Yoga means Karma Yoga was difficult. When we used to go to do Karma, we used to be karma-conscious the whole time. Now the chart of Karma Yoga has increased by adopting some new method, which is that method? You can present it.
D) Any disorder which was a big hindrance in efforts has been controlled by adopting some method..that method..
E) The belief of any divine quality has become natural by adopting some method.
In this way, you can present a presentation about new methods of effort related to knowledge, yoga and dharna.
चार सब्जेक्टस् में निपुणता

बी के भाई-बहन ज्ञान, योग, धारणा, सेवा में और अधिक निपुण बन सकें, उसके लिए कुछ एक परीक्षित-विधियों का निर्माण करना।

आगे बढ़ें
प्रिय दैवी भाइयों और बहनों,
ओम शांति,


ब्राह्मण जीवन के तीन मूल स्तंभ हैं ज्ञान, योग और धारणा। बाबा कहते हैं कि सेवा में ये तीन बातें हैं और इन तीन स्तंभों के आधार पर ही हम पूरे कल्प में उच्च स्थान प्राप्त करेंगे।
प्रत्येक ब्राह्मण आत्मा ने किसी न किसी विधि का आधार बनाकर कुछ हद तक बंधन से मुक्ति प्राप्त की है, लेकिन वह इसे सभी के सामने प्रकट नहीं कर पाया है। इसलिए भाईयों और बहनों, प्रभु रतन की प्रतियोगिता के माध्यम से उन सभी विधियों को ब्राह्मण जगत में प्रकट करके सभी का कल्याण करो।

पात्रता

यह प्रतियोगिता केवल उन बीके छात्रों के लिए है जो ब्रह्माकुमारीज, गीता पाठशाला के किसी भी केंद्र/उपकेंद्र में नियमित ज्ञान योग कर रहे हैं।

प्रतिभागी दिशानिर्देश

1. इस प्रतियोगिता में केवल ज्ञान योग और धारणा के संबंध में बाबा द्वारा दी गई श्रीमत के अनुसार ही परीक्षण की गई विधि होनी चाहिए।
2. प्रतिभागियों को दूसरों द्वारा किए गए प्रयोगों को प्रस्तुत नहीं करना चाहिए। उदाहरण उनके अपने जीवन से या छात्रों के लिए किसी सेवा केंद्र द्वारा आजमाए गए तरीकों से होने चाहिए, दूसरों के उदाहरण प्रस्तुत न करें।
3. प्रतिभागियों से अनुरोध है कि वे उपरोक्त तीनों विषयों में पारंगत होने के लिए अपनाई गई विधियों को प्रस्तुत करें, तथा कोई सामान्य विधि न हो, बल्कि ऐसी विधि हो जिसमें बहुत अधिक नवीनता हो।।
4. प्रतिभागी एक या तीनों विषयों - ज्ञान, योग और धारणा पर अलग-अलग वीडियो, ऑडियो फ़ाइलें या लेख अपलोड कर सकते हैं।
5. प्रस्तुत विधि को अपनाकर ब्राह्मण जीवन में उन्नति करनी चाहिए।
विधि से प्राप्त लाभ निर्दिष्ट किया जाना चाहिए।
उदाहरण- आपने किस कठिन संस्कार/विकार पर काफी हद तक काबू पा लिया है आदि।

मूल्यांकन

इस क्षेत्र के तीन विशेषज्ञों की एक जूरी चैनल प्रस्तुति का मूल्यांकन करेगी। अंतिम विजेता की घोषणा के लिए तीन जजों द्वारा दिए गए औसत अंकों पर विचार किया जाएगा।

महत्वपूर्ण

"कृपया अपनी सामग्री/वीडियो को पहले गूगल ड्राइव फ़ोल्डर में सेव करें। Set the sharing option as "Anyone with the link" फिर केवल उस फ़ोल्डर के लिए गूगल ड्राइव लिंक अपलोड करें जिसे आप प्रतियोगिता के लिए अपलोड/सबमिट करना चाहते हैं"| अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें!

व्याख्यात्मक वीडियो :


स्कोरिंग पैरामीटर

स्कोरिंग के लिए पैरामीटर अधिकतम भार
विधि श्रीमत अनुसार होनी चाहिए 20
समय के अनुसार विधि की प्रासंगिकता 20
व्यावहारिक, आसान और प्रभावी 10
वीडियो/ऑडियो की आवाज़, शब्द की स्पष्टता, आदि। 10
रचनात्मकता 20
दूसरों के लिए अनुसरण योग्य 10
अलौकिक 10

Frequently Asked Questions - Hindi

- नहीं, सामान्य दिनचर्या और प्रयास पद्धतियों को प्रस्तुत न करें जो ब्राह्मण परिवार में सभी को ज्ञात हैं।
- हां, बिल्कुल, आप वीडियो और ऑडियो बनाने के लिए दूसरों को आधार बना सकते हैं। कंटेंट आपकी अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड किया जाना चाहिए।
हीं ,क्योंकि बेशक यह एक योग का ही प्रयोग है लेकिन इसका मूल्यांकन करना कठिन है इसलिए यहां पर मनसा सेवा के प्रयोग पेश न करे।
नही,सभी को परिचित विधियों को पेश न करे।
10 मिनट तक हो । ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट तक चलेगा । 15 मिनट से अधिक ना हो ।
इन तीनों विषयों में आपने खुद ने अपने जीवन में कोई भी पुरुषार्थ की विधि अपनाई हुई है ,और उसमें आपको बहुत अच्छे रिजल्ट मिले हुए हैं वहीं आप भेज सकते। बहुत सारी ऐसी बातें हैं लेकिन उनमें से कुछ बातें ऐसी हो सकती है , जैसे - A)धारना के बारे में मान लेते हैं कि, किसी का job ऐसा है जिसमें Travling बहुत होता है, या और कोई वजह हो सकती है,जिसके कारण भोजन की धारना करना पॉसिबल नहीं है, फिर भी आपने कोई ऐसी युक्ति अपनाई है जिससे आसानी से भोजन की श्रीमत पालन होती हैl.. वो युक्ति बता सकते है.. B) पहले दिनभर मुरली की एक भी point याद नहीं आती थी, या याद करने जाओ तो भी मुरली याद ही नहीं रहती थी,तो मुरली सुनने की विधि या याद रखने की कोई नई विधि आपने अपनाई हो तो वो भी प्रस्तुत कर सकते है। C) योग में कर्म करना माना कर्मयोग मुश्किल था कर्म करने जाते थे तो पूरा time कर्म- conscious हो जाते थे,अभी कोई नई विधि अपनाकर कर्मयोग का चार्ट बढ़ा है,वह विधि कौन सी है? उसको पेश कर सकते है। D) कोई विकार जो पुरुषार्थ में बहुत बाधा था उसको कुछ विधि अपना कर कंट्रोल किया है ..वो विधि .. E) कोई भी दैवी गुण की धारना कोई विधि अपनाकर Natural हो गई है.. इस प्रकार से ज्ञान,योग, धारणा से संबंधित नई नई पुरुषार्थ की विधियों के बारे में आप प्रस्तुती पेश कर सकते हैं।